उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना निम्न लिखे उद्देश्यों के लिए की गयी थी:
ज़ोन के सभी राज्यों, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान एवं चंडीगढ़, में संस्कृति का संरक्षण/संवर्धन करना अथवा सब राज्यों की रचनात्मक कला – संगीत, नाटक और ललित कला का विकास और विस्तार करना इस केंद्र का मुख्या उद्देश्य है।
ज़ोन की विभिन्न कलाओं की समृद्ध विविधता और विशिष्टता को विकसित करने के लिए और लोगों को अपनी सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूक करने के लिए योजनाओं का आयोजन करना।
लोक और जनजातीय कला को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रयास करना और लुप्त हो रही कला रूपों के संरक्षण और सुदृढ़ीकरण के लिए विशेष कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करना।
जोन के साथ उप-केंद्रों की स्थापना करना और ऐसी अन्य गतिविधियों और कार्यक्रमों को बनाए रखना जो राज्यों के बीच सांस्कृतिक अंतर को मजबूत करेंगे और बढ़ावा देंगे।
उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना, प्रशासन, नियंत्रण और उसमें चल/अचल संपत्तियों का प्रबंधन करना ताकि इन वस्तुओं के अध्यन एवं अनुसनधान के लिए छात्रवृति प्रदान की जा सके।
श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, माननीय संस्कृति मंत्री,
भारत सरकार
श्री गुलाब चंद कटारिया, पंजाब के माननीय राज्यपाल
और एनजेडसीसी के अध्यक्ष
श्री राव इंद्रजीत सिंह, माननीय संस्कृति राज्य मंत्री